उत्तराखंड स्थापना दिवस पर निबंध
परिचय:
हिमालय क्षेत्र में स्थित राज्य उत्तराखंड अपने मनमोहक दृश्यों, तीर्थ स्थलों और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए जाना जाता है। 9 नवंबर 2000 को उत्तर प्रदेश से अलग होकर यह भारत का 27वां राज्य बना।
उत्तराखंड का गठन:
आजादी के बाद उत्तराखंड के लोग सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से खुद को पीछे छूटा हुआ महसूस करने लगे। 70 और 80 के दशक में अलग राज्य की मांग बढ़ी, जो 90 के दशक में एक जन आंदोलन में बदल गई। शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के बावजूद, हिंसा की घटनाएं हुईं, जिसके परिणामस्वरूप लोगों को बलिदान देना पड़ा। अंततः 9 नवंबर 2000 को उत्तराखंड एक स्वतंत्र राज्य के रूप में स्थापित हो गया।
नाम और पौराणिक पृष्ठभूमि:
प्राचीन काल में उत्तराखंड को हिमवतखंड, मानसखंड और केदार खंड के नाम से जाना जाता था। राज्य का नाम महाभारत काल से संबंधित एक पौराणिक कहानी से लिया गया है, जहां राजा विराट की बेटी उत्तरा को दहेज के रूप में हिमालयी राज्य मिला था, इसलिए इसका नाम उत्तराखंड रखा गया।
उत्तरांचल से उत्तराखंड में परिवर्तन:
शुरुआत में 2000 में उत्तरांचल नाम दिया गया था, जनता की मांग और पौराणिक महत्व के आधार पर, 1 जनवरी 2007 को राज्य का नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया।
राज्य चिह्न:
उत्तराखंड के राज्य प्रतीकों में कस्तूरी मृग (राज्य पशु), मोनाल (राज्य पक्षी), बुरांश (राज्य वृक्ष), और ब्रह्मकमल (राज्य फूल) शामिल हैं।
भौगोलिक स्थिति:
उत्तराखंड 28°43'उत्तर से 31°27'उत्तर अक्षांश और 77°34'पूर्व से 81°02'पूर्व देशांतर तक फैला है। इसकी सीमा नेपाल, तिब्बत, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश से लगती है। राज्य को 13 जिलों में विभाजित किया गया है, जिसका क्षेत्रफल 53,483 वर्ग किलोमीटर है।
भाषा, धर्म और संस्कृति:
बोली जाने वाली भाषाओं में हिंदी, कुमाऊंनी, गढ़वाली और जौनसारी शामिल हैं, जबकि संस्कृत राज्य की भाषा है। बहुमत सनातन धर्म का पालन करता है, प्रकृति और लोक देवताओं की पूजा करता है। राज्य में कुमाऊँनी, गढ़वाली और जौनसारी संस्कृतियाँ हावी हैं।
शासन और अर्थव्यवस्था:
उत्तराखंड में एक सदनीय विधानसभा है और संसदीय प्रणाली का पालन किया जाता है। देहरादून अस्थायी और शीतकालीन राजधानी है, जबकि गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी है। उच्च न्यायालय नैनीताल में है। राज्य की अर्थव्यवस्था चारधाम यात्रा और पर्यटन पर निर्भर है।
जलवायु:
उत्तराखंड की जलवायु तराई क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय से लेकर महा हिमालयी क्षेत्र में ध्रुवीय तक भिन्न है, जो विभिन्न प्रकार की मौसम स्थितियों की पेशकश करती है।
निष्कर्ष:
अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सुंदरता और धार्मिक महत्व के साथ उत्तराखंड भारत में एक अद्वितीय स्थान रखता है। अपनी बर्फ से ढकी चोटियों से लेकर जीवंत सांस्कृतिक विविधता तक, उत्तराखंड भारत और विदेशों से लोगों को आकर्षित करता रहता है।
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